नसों में खिंचाव क्यों होता है? जानें इसे दूर करने के उपाय

आज आपको इस पोस्ट में बताने जा रहे है की पैर की नसों में खिंचाव का इलाज का इलाज यह पोस्ट आपको अंत तक देखने के बाद आपको पैर की नसों में खिंचाव का इलाज पता चल जाएगा।

तंत्रिका दर्द विभिन्न स्वास्थ्य स्थितियों या गलत जीवन शैली के कारण हो सकता है। हालांकि, आप बिना दवा के घरेलू उपचार से नसों के दर्द को ठीक कर सकते हैं।

नस पर नस चढ़ने के लक्षण

सोते समय हाथ, पैर थोड़ा दबते ही सुन्न होने लगते हैं, पैरों से सीढ़ी चढ़ते हुए घुटने से नीचे के हिस्सों में खिचांव आना, गर्दन के आस-पास के हिस्सों में ताकत की कमी महसूस करना नस पर नस चढ़ने के लक्षण हो सकते हैं. इस दौरान कई बार तेज दर्द होने लगता है जिसे हम सहन नहीं कर पाते।

पैर की नसों में खिंचाव का इलाज

हमारी गलत जीवनशैली और घंटों तक एक ही अवस्‍था में बैठे रहने की आदत की वजह से नसों में दर्द होना आम बात हो गई है। अमूमन हर व्‍यक्‍ति शरीर के किसी न किसी हिस्‍से में नसों में दर्द की समस्‍या से ग्रस्‍त है।

अक्‍सर नसों में दर्द के इलाज के लिए फिजियोथेरेपी या दवाएं दी जाती हैं जो कि इलाज का बहुत महंगा विकल्‍प है। वहीं नसों में दर्द के घरेलू उपायों से कम खर्चे और आसान तरीके से नसों में दर्द से छुटकारा पाया जा सकता है, आइए जानते हैं कैसे।

(1) नियमित व्यायाम से पैरों की पैर की नसों में भी आराम मिलता है: पैरों के स्नायुशूल से छुटकारा पाने के लिए नियमित रूप से व्यायाम करने से आपको काफी फायदा हो सकता है। क्योंकि एक्सरसाइज करने से आप शारीरिक और मानसिक रूप से फिट रहते हैं। साथ ही आपके पैर की नसों का दर्द भी खत्म हो सकता है।

(2) कुछ प्रकार की स्ट्रेचिंग भी पैरों की नसों में दर्द के लिए आरामदायक होती है: Pair ki nasso me khinchaw में दर्द को दूर करने के लिए कुछ खास तरह की स्ट्रेचिंग का भी सहारा लिया जा सकता है। यह आपके पैर की नसों में रक्त परिसंचरण और मांसपेशियों की संरचना में सुधार करता है। जिससे आपकी परेशानी कम होती है।

(3) पैर की नसों में दर्द के लिए  सही डाइट लेना भी ज़रूरी है: पैरों की नसों की समस्या को दूर करने के लिए जरूरी है कि आप अपने वजन पर नियंत्रण रखें। वजन को नियंत्रित करने के लिए आपको सही डाइट लेनी होगी। अगर आप फिटनेस और उचित आहार का सही तरीके से पालन करते हैं, तो आप इस leg veins समस्या से बच सकते हैं।

(4) Pair ki nasso me khinchaw के दर्द में नीम के पत्तों का प्रयोग बहुत अच्छा होता है: पैर की नसों में दर्द से पीड़ित व्यक्तियों नीम के पत्तों का इस्तेमाल करके अपनी परेशानी कम कर सकता है. इसके लिए आपको नीम के पत्तों को गर्म पानी में उबालकर इसमें थोड़ी सी फिटकरी मिक्स करना होगा. इसके बाद चाहने लायक गर्म हो जाने पर इस पानी में अपने पैर को 10 से 15 मिनट तक रखें।

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पैर की नस में दर्द

बर्फ की सिकाई- नस चढ़ने पर उस जगह पर कम से कम 3 से 15 मिनट तक प्रभावित जगह पर बर्फ की सिकाई करें। तेल की मालिश- नस चढ़ने पर किसी भी तेल को हल्का गुनगुना कर लें और उससे हल्के हाथों से प्रभानित जगह की मालिश करें। नमक का करें सेवन- सोडियन की कमी से भी नस चढ़ने की परेशानी हो सकती है।

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पैर की मांसपेशियों में दर्द का इलाज

पैर का दर्द, मांसपेशियों में खिंचाव या पैर में सूजन इस बात का संकेत हैं कि आपके पैरों की नसों में गंभीर रूप से शिकायत आने लगी है। अंग्रेजी भाषा में इसे डीवीटी यानी की डीप वेन थ्रोमबोसिस कहते हैं।

अगर शुरुआत में ही इस स्थिति का पता नहीं लगाया जाए और समय पर इलाज न मिल पाए तो डीवीटी किसी भी व्यक्ति के लिए जानलेवा हो सकता है। पुदीने के तेल या मेंहदी के तेल से पैरों की मालिश करें। वैसे तो लैवेंडर का तेल भी मददगार होता है।

गरम पानी में तेल की एक बूंद डालकर बेक कर लें। पैरों को पेडीक्योर करें और फिर क्रीम लगाकर आराम करें। कई बार पैरों में ब्लड सर्कुलेशन ठीक से न हो पाने की वजह से भी पैरों में दर्द होने लगता है।

इसलिए पैरों की हल्की मालिश करें, पैरों की मालिश: पैरों की मालिश पैरों के दर्द से राहत दिलाने में बहुत कारगर होती है। आप टेनिस बॉल या रोलिंग पिन से पैरों की मालिश कर सकते हैं। इससे काफी राहत मिलती है।

दो चम्मच लैवेंडर का तेल लें, उसमें जैतून का तेल मिलाकर पैरों पर लगाएं। सर्कुलर मोशन में मसाज करें। लौंग के तेल को तिल के तेल में मिलाकर पैरों पर लगाएं। इससे पैरों की खुजली दूर हो जाएगी।

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Pair Ki Nasso Me Khinchaw में दर्द हो तो क्या करें?

गर्म पानी से नहाने से आपको नसों के दर्द से काफी आराम मिलेगा। गर्म पानी प्रभावित क्षेत्र पर रक्त के प्रवाह को बढ़ाता है और तनाव दूर करता है। योग और दूसरे व्यायाम से नसों में दर्द कम करने में मदद मिलती है। ‘साइटिक नर्व’ की तकलीफ के मामले में भी व्यायाम लाभदायक है।

नसों में खिंचाव क्यों आता है?

नसों में खिंचाव और दर्द संबंधी समस्या को साइटिका कहा जाता है जो कूल्हों और जांघ के पिछले हिस्से में उत्पन्न होती है। यह परेशानी तब शुरू होती है, जब कूल्हे की नस को क्षति पहुंचती है। नसों की कमजोरी मल्टीपल स्क्लेरोसिस का भी कारण बन सकती है। यह ऐसी बीमारी है जो रीढ़ की हड्डी और मस्तिष्क को प्रभावित करती है।

पैरों की पिंडली में दर्द क्यों होता है?

ब्लड सर्कुलेशन और मूवमेंट्स घंटों एक ही कुर्सी पर बैठे रहने के कारण हमारे शरीर में खासतौर से पैरों की मसल्स में ब्लड सर्कुलेशन ठीक से नहीं हो पाता है। इस कारण हमारी पिंडलियों की मसल्स में दर्द और ऐंठन होने लगती है। कई बार हमें पैर की नस चढ़ने की समस्या भी हो जाती है, जिस कारण हमें मूवमेंट में परेशानी होती है।

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Pair Ki Nasso Me Khinchaw – आज आपको इस पोस्ट में बताया है की पैर की नसों में खिंचाव का इलाज आपको यह पोस्ट पंड आई हो तो यह पोस्ट शेयर जरूर करे।

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