लिवर की बिमारियों का रामबाण इलाज : जानिए उपाय
नमस्कार दोस्तों, आपको इस पोस्ट में हम लिवर के रोग, कारण, प्रकार, लक्षण और इलाज के बारे में भी जानकारी देंगे। तो आओ शुरू करते है-

लिवर क्या है?
दोस्तों, अगर शरीर के अंगो की बात करें तो लिवर हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंगो में से दूसरे नंबर पर आता है। अगर लिवर की सरचना की बात करें तो यह हमारे पेट के दाई और होता है।
आपको बता दे की लिवर का मुख्य काम हमारे द्वारा खाया गया भोजन को पाचन करना होता है, लेकिन इसके साथ साथ अपचित भोजन को भी शरीर से बाहर निकलने का कार्य करता है।
लिवर अपने सभी कार्यो को सही से करता है तो समझो की लिवर सही है, अगर लिवर अपने कार्य सही से नहीं कर रहा है तो समझो की आपके लिवर में कोई दिक्कत या लिवर रोग हो चूका है।
यदि लीवर की बीमारी जटिल हो तो यह हेपेटाइटिस, लीवर में सूजन, लीवर कैंसर आदि का कारण बन सकती है। आज के लेख में हम लीवर की बीमारी के बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं।
लिवर रोगो के प्रकार
- पीलिया
- लिवर कैंसर
- हेपेटाइटिस
- लिवर सिरोसिस
- फैटी लिवर
- लिवर में सूजन आना
- लिवर खराब होना
लिवर रोग के मुख्य कारण
- लिवर रोग ज्यादातर संक्रमण के कारण होता है।
- शरीर में जब सही मात्रा में इन्सुलिन का निर्माण नहीं हो पाता है डायबिटीज होती है।
- अधिक शराब के सेवन से भी लिवर में खराबी हो जाती है।
- शरीर में मोटापा होना भी लिवर को नुकसान पहुंचता है।
- कब्ज भी लिवर रोग का कारण बन सकता है।
लिवर रोग के लक्षण
- कमज़ोर महसूस।
- आँखों का पीला पड़ना।
- थकान महसूस करना।
- पेट में दर्द।
- टखने का दर्द।
- टखने की सूजन।
- त्वचा की खुजली।
- उल्टी और मतली।
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लिवर रोग का इलाज
लीवर की बीमारी का इलाज करने के लिए सबसे पहले मरीज की जीवनशैली में बदलाव करना चाहिए। क्योंकि ऐसा करने से लीवर की बीमारी के खतरे को कम किया जा सके। रोगी को आहार में पौष्टिक आहार लेने की सलाह दी जाती है।
रोगी को शराब की लत छोड़ना इसलिए कहा जाता है क्योंकि शराब लीवर की बीमारी का मुख्य कारण है। लीवर की बीमारी को बढ़ने से रोकने के लिए कुछ दवाएं दी जाती हैं ताकि लीवर की बीमारी को रोका जा सके।
लिवर में इन्फेक्शन के घरेलू उपाय
(1) छांछ: भोजन के साथ छांछ का सेवन कई मायनों में फायदेमंद है। सही डाइजेशन के साथ ये एसिडिटी की प्रॉब्लम भी दूर रखता है। छाछ में हींग, नमक, जीरा और काली मिर्च मिलाकर पिएं। जो फैटी लीवर की समस्या से राहत दिलाएगा।
(2) ग्रीन टी: एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर ग्रीन टी का दिन में एक बार जरूर सेवन करें जिससे लीवर सही तरीके से काम करता है। साथ ही फैटी लीवर से भी छुटकारा दिलाता है।
(3) करेले का जूस: बेशक पीने में बहुत ही कड़वा होता है लेकिन करेले का जूस डायबिटीज़ से लेकर फैटी लीवर जैसी कई अन्य समस्याओं का कारगर समाधान है। फैटी लीवर से पीड़ित व्यक्ति को अपनी डाइट में अलग-अलग तरह से करेले को शामिल करना चाहिए।
(4) नारियल पानी: नारियल पानी भी फैटी लीवर की समस्या से बहुत राहत दिलाता है। तो दिनभर में जरूरी मात्रा में लिक्विड लें और साथ ही नारियल पानी भी शामिल करें। बॉडी के टॉक्सिनंस दूर करने में भी नारियल पानी फायदेमंद है।
कुछ मामलों में, यदि लीवर गंभीर रूप से ख़राब हो जाता है, तो कोई भी दवा नहीं होती है, ऐसे में डॉक्टर लीवर ट्रांसप्लांट की सलाह देते हैं। एक स्वस्थ लीवर को लीवर ट्रांसप्लांट के जरिए खराब लीवर से बदल दिया जाता है। हालांकि, लीवर डोनर स्वस्थ होना चाहिए।
निष्कर्ष : दोस्तों, आपको इस पोस्ट में हमने लिवर के रोग,कारण, प्रकार, लक्षण और लिवर रोगो के इलाज के बारे में बताया है। जानकारी अच्छी लगी तो शेयर करें। धन्यवाद।