Jeera Khane ke Fayde – जीरा के फायदे और नुकसान
Caraway Seeds :-काला जीरा को मध्य पूर्वी खाने में इस्तेमाल करने के कारण यह काफी पॉपुलर है। रमजान में स्वीट- डिश में इस्तेमाल करने के लिए भी यह पॉपुलर है। काला जीरा को यूरोप के हर हिस्से में खरीदा जाता है। दुनिया भर में कई सारे खाने में इस्तेमाल होने के कारण काला जीरा के फायदे को नज़रअंदाज नहीं किया जा सकता है।
इसको मसाले की तरह इस्तेमाल किया जाता है और बैक्ड चीजें जैसे कि ब्रेड में भी पोष्टिक आहार बढ़ाने के लिए डाला जाता है। काला जीरा को डाइट में शामिल करना एक अच्छा ऑप्शन है। काला जीरा के फायदे और नुकसान की जानकारी आप यहां से ले सकते हैं।

जीरा क्या है?
जीरा (cumin seeds in hindi) एक मसाला है। आयुर्वेद के अनुसार, जीरा तीन तरह का होता है:-
- काला जीरा (Carum carvi Linn.)-
- सफेद जीरा (Cuminum cyminum Linn.) –
- अरण्य जीरा (जंगली जीरा) (Centratherum anthelminticum (Linn.) Kuntze)
सफेद जीरा से सभी लोग परिचित हैं, क्योंकि इसका प्रयोग मसाले के रूप में किया जाता है। श्यामले रंग का जीरा (कृष्ण जीरा) भी सफेद जीरा की तरह ही होता है। दोनों में इतनी समानता होती है कि भेद करना मुश्किल हो जाता है, लेकिन श्यामले रंग का जीरा, सफेद जीरा से महंगा होता है। इसके फूल सफेद रंग के क्षत्रकों में लगते हैं, जो पकने पर फलों में बदल जाते हैं। इसका पौधा 60-90 सेमी ऊंचा, और सीधा होता है। इसके फूल गहरे नीले, या बैंगनी रंग के होते हैं। इसके फल 4.5-6 मिमी लम्बे, बेलनाकार होते हैं। इसका रंग भूरा, और काला होता है। इसमें तीखी गंध होती है। जीरा के पौधे में फूल और फल जून से अगस्त में आता है।
जीरा के फायदे क्या है ?
त्वचा के लिए
जीरे का पानी त्वचा के लिए बहुत लाभदायक होता है। इसमें विटामिन ई अच्छी मात्रा में होता है जो त्वचा की कोशिकाओं को पोषक तत्व प्रदान करता है। इसमें प्राकृतिक रूप से एंटी-एंजिंग के रूप में काम करती है। कुछ अध्ययन के अनुसार जीरा में एंटी ऑक्सीडेंट गुण होता है जो सूजन को कम करने में मदद करता है। इसके अलावा एंटीफंगल, एंटीबैक्टीरियल गुण जो संक्रमण को रोकता है।
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वजन कम करने में
जो लोग अपना वजन कम करने के बारे में सोच रहे है उनके लिए जीरा एक अच्छा घरेलू उपाय है। इसमें अच्छी मात्रा में वजन कम करने वाले गुण होते है जो चर्बी को कम करते है बल्कि कोलेस्ट्रॉल को भी कम करते है। जीरा को भूनकर पाउडर बना ले और दही में मिलाकर सुबह-शाम सेवन करने से आपका वजन कम होने लगेगा और सामान्य शरीर में आ जाएंगे।
एनीमिया को दूर करने में
एनीमिया खून की कमी का विकार जीवन के लिए जोखिम होता है। इन समस्या से बचने के लिए जीरे का उपयोग उचित होता है। जीरा में लौह अधिक मात्रा में होता है जो आयरन की कमी को पूरा करता है। यह लाल रक्त कोशिकाओं को बढ़ावा देता है जिससे हीमोग्लोबिन आपने आप बढ़ने लगता है। यह एनीमिया के लक्षण को भी कम करता है। जीरे के पाउडर को अपने भोजन में रोजाना उपयोग करे। ऐसा करने से एनीमिया की समस्या से छुटकारा मिलेगा।
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पाचन क्रिया को बढ़ाने में
जीरा में पहले से आयुर्वेदिक गुण होता है जो पेट दर्द, पेट में ऐंठन, मलती, उल्टी, पाचन आदि के उपचार में उपयोग किया जाता है। यह अग्राशय एंजाइम जो पाचन क्रिया के साथ होता है उसे उत्तेजित करता है। यह पेट के लिए अच्छा घरेलु उपचार है। एक ग्लास पानी में भुना हुआ जीरा मिलाकर सुबह -शाम सेवन करे। आपको कुछ दिनों में अपने आप फरक दिखने लगेगा।
माँ का दूध बढ़ाने में
महिलाओं में दूध की कमी को दूर करने में जीरा बहुत उपयोगी होता है। क्योंकि इसमें अच्छी मात्रा में कैल्शियम और आयरन होता है जो स्तनों में दूध की मात्रा में सुधार कर अधिक कर देता है। इसके अलावा माँ का दूध शिशु को ताकत प्रदान करता है। स्तनदूध को बढ़ाने के लिए गर्म दूध में एक चम्मच जीरा पाउडर को मिलाकर माँ को पीना चाहिए।
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मधुमेह नियंत्रण करने में
कुछ शोध के अनुसार जीरा डायबिटीज के रक्त शर्करा के स्तर को कम करने में माध करता है। जीरे में एंटी विरोधी गुण उपस्थित है जो डायबिटीज के लिए अच्छा माना जाता है। मधुमेह के लिए जीरा का उपयोग सात से आठ चम्मच जीरा को अच्छे से भून ले। इसके बाद जीरे को पिसले यह चूर्ण को दिन में दो बार पिये। आपके मधुमेह नियंत्रित होने लगता है।
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जीरा के नुकसान क्या है ?
जीरा खाने के फायदे तो बहुत है लेकिन अत्यधिक उपयोग करने से कुछ नुकसान हो सकता है। जैसा की आपको पता है जीरा भारतीय भोजन का अहम हिस्सा है जो भोजन में उपयोग किया जाता है। जीरा के बिना भोजन करना लोगो के लिए असंभव हो जाता है। लेकिन जीरा का अत्यधिक उपयोग नुकसानदायक हो सकता है।
- जीरे का अधिक सेवन पाचन संबंधित समस्या हार्टबर्न का कारण हो सकता है। जीरे का अधिक सेवन ढेकार की समस्या आ सकती है।
- गर्भवती महिला को जीरे का सेवन कम करना चाहिए। जीरे का अधिक सेवन भ्रूण को नुकसान पंहुचा सकता है।
जीरा खाने का सही तरीका क्या है ?
जीरा को पानी में उबालकर चाय के रूप में किया जाता है। जीरा का उपयोग सुप, अचार, सॉस बनाने के लिए किया जाता है। भारतीय घरो में दाल रोजाना पकाई जाती है तड़के के लिए जीरे का उपयोग किया जाता है। उत्तर भारत में जीरा का उपयोग चिकन का स्वाद बढ़ाने के लिए भूनकर उपयोग में लाया जाता है। जीरा सब्जी व चावल में डालकर उपयोग किया जाता है। जीरा में घी मिलाकर चावल को बनाते है जिसे जीरा चावल बोलते है।
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