ICSE Full Form
दोस्तों, क्या आप ICSE FULL FORM जानना चाहते है? आज के इस लेख में आपको ICSE का फुल फॉर्म हिंदी और इंग्लिश में जानने को मिलेगा। क्या आप जानना चाहते है ICSE क्या है? तो आपके सभी सवालों के जवाब यहां मिलेंगे।

ICSE Full Form in Hindi | माध्यमिक शिक्षा का भारतीय प्रमाण पत्र |
ICSE Full Form in English | Indian Certificate of Secondary Education |
ICSE Full Form in Hindi
ICSE भारतीय माध्यमिक शिक्षा प्रमाणपत्र है, जो उन छात्रों को दिया जाने वाला एक प्रमाण पत्र है जो उन स्कूलों में पढ़ रहे हैं जो भारतीय स्कूल प्रमाणपत्र परीक्षा परिषद (CISCE) से संबद्ध हैं, उनकी कक्षा 10 वीं की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद।
ICSE परीक्षा 1986 की “नई शिक्षा नीति” के अनुपालन में CISCE द्वारा आयो जित कक्षा 10वीं की बोर्ड परीक्षा है।
ICSE की स्थापना
ICSE की स्थापना 1958 में Cambridge University द्वारा भारत में एक परीक्षा आयोजित करने और उसका प्रशासन करने के लिए हुई थी। 1967 में यह Society Registration Act के अंतर्गत दर्ज किया गया था।
ICSE शिक्षा नीति 1986 की सिफ़ारिशों के अनुसार बनायी गयी है, जो विद्यालय इस बोर्ड से संबंधित होते हैं वह इस बोर्ड के द्वारा बनाए गए पाठ्यक्रम का अनुसरण करते हैं। भारत में ICSE का मुख्यालय Delhi में स्थित हैं।
ICSE और CBSE में अंतर
- भारत में ICSE बोर्ड और CBSE क्या अन्तर है चलिए यह जानते है।
- CBSE बोर्ड में आपको हिन्दी और अंग्रेज़ी दोनों माध्यम का देखने को मिलता हैं और ICSE में केवल आपको अंग्रेज़ी माध्यम का ऑप्शन हैं।
- CBSE में गणित और विज्ञान जैसे विषयों पर ज़्यादा ध्यान केन्द्रित करते हैं जबकि ICSE में भाषाओ, कला और दूसरे विषयों पर भी समान ध्यान दिया जाता हैं।
- CBSE में Theory को अधिक महत्व दिया जाता हैं जबकि ICSE में Practical और परियोजना पर ज्यादा ध्यान दिया जाता है।
- ICSE में विद्यार्थी की सँख्या दूसरे बोर्ड के मुकाबले कम होती है जिससे शिक्षक हर विद्यार्थी पर पूरा ध्यान दे सकते है।
- ICSE में हर विद्यार्थी को अपने पाठ्यक्रम के अलावा उसके पसंद के कौशल सीखने के लिए प्रोत्साहित किया जाता हैं। इससे विद्यार्थी हमेसा कुछ नया सीखता है।
- ICSE में पढ़ाने का तरीका रचनात्मक और बहुत अलग हैं जो हर विद्यार्थी की क्षमता को पहचानता है।
- ICSE बोर्ड दूसरे बोर्ड से थोड़ा मुश्किल हो सकता है। परन्तु इससे विद्यार्थी का मनोबल भी मजबूत होता है। यहां कुछ नया सिखने को मिलता है।
- ICSE बोर्ड की परीक्षा हर साल फरवरी और मार्च महीने के दौरान होती हैं और मई-जून तक उसके परिणाम आते हैं।
- CBSE बोर्ड की परीक्षाएँ आमतौर पर मार्च महीने में आयोजित की जाती हैं।
- अब आपको दोनों बोर्ड में अंतर अच्छे से पता चल गया है। हर बोर्ड की अपनी एक खासियत होती है हम किसी भी बोर्ड को गलत नहीं कह रहे क्योंकि हर बोर्ड का पढ़ाने का तरीका अलग होता है।
ICSE बोर्ड कक्षा 10 अंकन योजना– अंकन योजना छात्रों को सभी विषयों के अंक विभाजन की समग्र संरचना के बारे में एक विचार प्राप्त करने में मदद करती है। छात्र महत्वपूर्ण विषयों पर अधिक जोर देने के साथ अंकों के वितरण के अनुसार अपनी पढ़ाई की तैयारी कर सकते हैं।
निष्कर्ष– आज के इस लेख में हमने आपको ICSE Full Form in Hindi और ICSE Full Form in English में जानकारी दी है। इसी के साथ ICSE के बारे में ओर भी बहुत सी जानकारी बताई है। अगर आपको हमारा यह लेख अच्छा लगा तो इसको अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें।