सूखी खांसी के लिए नेचुरल कफ सिरप हैं ये 10 घरेलू उपाय

आज हम इस पोस्ट में आपको बताएगे की आप की तरह से खांसी का घरेलू इलाज कर सकते हो और आपको इसकी पूरी जानकारी इस पोस्ट में दी जाएगी तो आइये शुरू करते है।

खांसी
खांसी का घरेलू इलाज

खांसी क्या हैं ?

खांसी बहुत आम है। खांसी बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक हो सकती है। मौसम में जरा सा भी बदलाव या अन्य कारणों से लोगों को लगातार खांसी होने लगती है। खांसते समय गले में खराश और दर्द भी होता है।

जब भी किसी व्यक्ति को खांसी होती है तो देखा जाता है कि वह दवा की दुकान से खांसी की दवा खरीद कर खाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि खांसी का इलाज घर पर ही असरदार घरेलू उपचार से किया जा सकता है।

खांसी आने के कारण

आमतौर पर खांसी का कारण व्यक्ति के फेफड़े, श्वासनली या गले में संक्रमण होता है। दरअसल, यह एक ऐसा तंत्र है, जो शरीर में होने वाली किसी भी समस्या की ओर भी इशारा करता है, हमें बीमारियों के लिए एक तरह का संकेत भी देता है।

इस वेनरोस्कोप का उपयोग विंडपाइप में फंसी विदेशी वस्तु को बाहर निकालने के लिए भी किया जाता है। यदि विदेशी वस्तु को समय रहते हटा दिया जाए तो वह चारों ओर से मांस से घिरी रहती है। तब ब्रोंकोस्कोप से निकालने पर बहुत परेशानी होती है और कभी-कभी विदेशी वस्तु को निकालने के लिए छाती का ऑपरेशन करना पड़ता है।

रात में खांसी आने का कारण

कभी-कभी रात में खांसी तेज हो जाती है। यह पोस्टनासल ड्रिप यानी कोल्ड ब्रोंकाइटिस या पेट में एसिड एलर्जी या एसिड रिफ्लक्स के कारण गले में आने के कारण हो सकता है। रात को लेटते ही खांसी शुरू हो जाती है और ऐसे में सोना बहुत मुश्किल हो जाता है।

खांसी कितने प्रकार की होती है

मौसम नहीं बदला है कि खांसी की समस्या हमें घेर लेती है। आयुर्वेद में इसे कास कहा गया है जो पांच प्रकार की होती है-

कफज खांसी

इस खांसी से पीडि़त रोगी को कफ बहुत निकलता है। हल्की सी खांसी आने पर ही कफ आने लगता है। इस स्थिति में मरीज को हमेशा ऐसा लगता है कि जैसे गले में कुछ चिपक गया हो।

वातज खांसी

इसमें रोगी के गले में दर्द होने के साथ-साथ सूखी खांसी होती है।

पित्तज खांसी

इस खांसी में रोगी को कफ पीला आता है। कई बार उसे हल्का बुखार भी हो जाता है। गले, छाती व पेट में जलन होने के साथ-साथ अधिक प्यास लगती है।

क्षतज खांसी

यह स्थिति मरीज को काफी परेशान करती है और उपरोक्ततीनों खांसियों से ज्यादा गंभीर होती है। इसमें मरीज को सांस लेने में दिक्कत होती है और थूक अंदर लेते समय दर्द होता है। कई बार खांसने पर खून भी आने लगता है।

क्षयज खांसी

यह खांसी क्षतज खांसी से गंभीर होती है। जो कई बार टीबी रोग का प्रारंभिक लक्षण भी हो सकती है, जिसमें मरीज के फेफड़ों के चारों ओर घाव हो जाते हैं। इस खांसी में फौरन डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

खांसी के लक्षण

  • बहती नाक
  • बुखार
  • साइनस दर्द।
  • शरीर में दर्द और ठंड लगना
  • बलगम स्राव
  • खांसते समय उल्टी करने की इच्छा होना।

खांसी के घरेलू इलाज

निचे दी गयी जानकारी में आपको खांसी के इलाज के बारे में बताया गया है। तो आओ शुरू करें :-

लहसुन
  1. एक चम्मच अदरक का रस शहद में मिलाकर चाटने से सूखी खांसी में आराम मिलता है।
  2. अदरक को पानी में अच्छी तरह उबाल लें। जब काढ़ा बनकर तैयार हो जाए तो इसमें दो चम्मच शहद मिलाकर पीने से खांसी में आराम मिलता है।
नमक

सुबह और शाम एक गिलास गर्म पानी में एक चम्मच नमक मिलाकर गरारे करें। इससे सूखी खांसी में आराम मिलता है।

शहद

सूखी खांसी में शहद बहुत फायदेमंद होता है। गर्म दूध में एक चम्मच शहद मिलाकर पिएं। इससे खांसी में आराम मिलता है।

तुलसी
  1. तुलसी के पत्तों को पानी में उबालकर काढ़ा बनाकर पीएं।
  2. तुलसी के पत्तों का रस और अदरक का रस मिलाकर शहद के साथ सेवन करें।
प्याज

आधा चम्मच प्याज का रस और एक चम्मच शहद दिन में दो बार लेने से खांसी में आराम मिलता है।

बादाम

8-10 बादाम लेकर रात को पानी में भिगो दें। सुबह इन्हें छीलकर दरदरा पीस लें। इसमें थोड़ा मक्खन और चीनी मिलाएं। इसका सेवन दिन में तीन बार करें। गीली खांसी में यह बेहद फायदेमंद होता है।

हल्दी
  1. हल्दी में जीवाणुरोधी, एंटीवायरल और विरोधी भड़काऊ गुण होते हैं। एक गिलास पानी में एक चम्मच हल्दी और अजवायन को उबाल लें। जब यह पानी आधा उबल जाए तो इसमें आधा चम्मच शहद मिलाकर दिन में दो बार सेवन करें।
  2. कच्ची हल्दी का रस कुछ देर तक मुंह में रखें। जैसे-जैसे यह गले से नीचे जाएगा, खांसी की तीव्रता कम होती जाएगी। ऐसा रोजाना तब तक करें जब तक खांसी ठीक न हो जाए।
मुलेटी

मुलेठी का चूर्ण श्वसन तंत्र में सूजन को कम करता है और बलगम को ढीला करता है। इसके लिए दो बड़े चम्मच मुलेठी के पाउडर को 2-3 गिलास पानी में उबाल लें और 10-15 मिनट तक भाप लें।

अनार
  1. अनार के छिलकों को छाया में रख कर सुखा लीजिये. एक-एक पीस को मुंह में रखकर चूसते रहें। सूखी खांसी में यह बहुत फायदेमंद होता है।
  2. अनार का रस गर्म करके पीने से खांसी भी जल्दी ठीक हो जाती है।

अंतिम शब्द : दोस्तों, आपको इस पोस्ट में हमने खांसी का घरेलू इलाज के बारें में जानकरी दी है अगर जानकारी पसंद आयी तो कमेंट करें और पोस्ट को शेयर करें। धन्यवाद।

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