बुखार की सबसे अच्छी दवा का नाम और उपचार
बुखार की सबसे अच्छी दवा : आज हम बुखार के बारे में तथान बुखार की सबसे अच्छी दवा कौन सी है ? के बारे में आपको पूरी जानकारी देंगे, अगर बुखार की सबसे अच्छी दवा कौन सी है।

बुखार क्या है ?
फीवर का हिंदी में अभिप्राय भी ज्वर ही है। किसी भी कारण से शरीर में व्याप्त तापांतर में वृद्धि को आयुर्वेद के अनुसार ज्वर कहा जाता है। बुखार खुद एक बीमारी नही, केवल किसी बीमारी का लक्षण है।
बीमारी का निदान हो तब असली उपचार संभव है। अक्सर हम इस लक्षण का ही उपचार करते है। याद रखें कि हमें केवल बुखार का इलाज ही नहीं करना है परन्तु उसके कारण का भी इलाज करना है।
इसके लिए कई सारी चीज़ें करनी पड़ती हैं। जैसे कि रोगाणु नाशक दवाएँ देना, फोड़े में से मवाद निकालना, जखम को साफ करके उसकी मरहम पट्टी करना आदि।
बुखार के प्रकार और लक्षण
- कंपकंपीवाला बुखार इसमें ठंड लगने के कारण कंपकंपी आती है।
- निरंतर या उतार चढाव होनेवाला बुखार कुछ किस्म के बुखार दिनरात लगातार चलते है।
- लम्बे समय तक चलने वाला (चिरकारी बुखार) चिरकारी का अर्थ होता है लम्बे समय तक चलने वाला।
- रुक-रुक कर होने वाला बुखार।
- लगातार रहने वाला बुखार।
बुखार की अंग्रेजी दवा का नाम
- Continued Bukhar – Fever जब भी बुखार 24 घंटे में 1’c के रेंज में घटे बढ़े तथा कभी भी सामान्य न हो तो उस बुखार को Continued Fever कहते हैं।
- Remittent Bukhar – जब भी बुखार 24 घंटे में 2’c से अधिक के रेंज में परिवर्तित हो तो उसे Remittent Fever कहते हैं।
- Intermittent Bukhar – जब भी बुखार केवल दिन में मात्र कुछ घंटे के लिए हो तथा बाकी समय बुखार न रहे तो उसे Intermittent Fever कहते हैं ।
- Quotidian Bukhar – जब बुखार डेली आये और कुछ देर बना रहे , फिर सामान्य हो जाय तो उसे Quotidian Fever कहते है।
- Quartan Bukhar – जब भी बुखार 2 दिन के अंतराल पर आए कुछ समय रहे तो उसे Quartan Fever कहते है।
- Tertian Bukhar – जब भी बुखार एक दिन के अंतराल पर आए तो उसे Tertian Fever कहते है।
टाइफाइड के लक्षण, कारण और उपचार
बुखार की सबसे अच्छी दवा घरेलू
- घरेलू उपचार से करें बुखार ठीक : हल्दी और सौंठ का पाउडर।
- तुलसी का इस्तेमाल तुलसी के पत्ते को आप आसानी से चबा सकते हैं ये आपके शरीर के वायरस को खत्म करता है।
- नमक, आजवाइन और नींबू सफेद नमक एक छोटा चम्मच और थोड़ी आजवाइन को एक साथ भून लें।
बुख़ार का घरेलू या स्व-उपचार
पेरासिटामोल और इबुप्रोफेन जैसी दवाएं असुविधा को कम करने में मदद कर सकती हैं। बच्चों को एस्पिरिन देने से बचें क्योंकि यह एक दुर्लभ, गंभीर स्थिति पैदा कर सकता है।
चिकित्सा देखभाल की तलाश बच्चा होने पर तुरंत डॉक्टर से मिलें: तीन महीने से कम उम्र के 100.4°f (38°c) या अधिक बुखार के साथ 102°f (38.9°c) या अधिक बुखार के साथ तीन से छह महीने की उम्र छह से 24 महीने की उम्र में 102°f (38.9°c) या अधिक बुखार के साथ जो एक दिन से अधिक समय तक रहता है;
दो साल या उससे अधिक उम्र के बुखार के साथ, जो बेसुध, चिड़चिड़े या बार-बार उल्टी कर रहा हो या यदि आप 103°f (39.4°c) या अधिक बुखार वाले वयस्क है।
अंदरूनी बुखार की दवा
- हल्दी और सौंठ का पाउडर अदरक में एंटी आक्सिडेंट गुण बुखार को ठीक करते हैं।
- तुलसी का इस्तेमाल तुलसी में एंटीबायोटिक गुण होते हैं जिससे शरीर के अंदर के वायरस खत्म होते हैं।
- धनिया की चाय।
- मेथी का पानी।
- नींबू और शहद।
बच्चों के बुखार की दवा
इन दिनों बच्चों को ताजे फल खिलाना चाहिए, खासकर विटामिन सी युक्त फल। बच्चों को घर का बना खाना ही दें। बच्चों को बाहर के पैकेज्ड फूड या जंक फूड से बचाएं और खांसी-जुकाम बुखार जैसे लक्षण दिखाई देते ही बच्चों को अस्पताल ले जाएं।
पेट दर्द की दवा और घरेलु उपचार
टाइफाइड और पैराटाइफाइड डेंग्यू बुखार का इलाज
- Paracetamol 500 Mg: दोस्तों ज़्यादातर बुख़ार में इसी टेबलेट का प्रयोग किया जाता है और ये सबसे बेस्ट टेबलेट मानी गई है बुखार में। और यह आपको किसी भी दुकान पर मिल जाएगा।
- Paracetamol 650 Mg: इस टेबलेट का प्रयोग भी बुखार में हम कर सकते है जब तेज़ बुख़ार हो तो इसका उपयोग किया जाता है। और यह सिर दर्द और बदन दर्द में भी काम आती है। और इस दवा का ब्रांड नाम है Calpol यह बहुत अच्छी दवा है।
- Flexon Tablet: इसका प्रयोग भी बुखार और दर्द में किया जाता है यह भी एक बहुत अच्छा दवा है।
- Combiflam Tablet: यह टेबलेट भी बुखार, सिर दर्द, और अन्य कोई भी दर्द में काम आती है इसका Use बहुत ज़्यादा होता है यह हमारे घरो में आम देखीं जा सकती है। यह टेबलेट बुखार से जल्दी आराम दिलाती है।
- Nimprex Tablet P: यह टेबलेट भी बुखार के लिए Top टेबलेट है इसमें Nimesulide & Paracetamol Tablets दोनों टेबलेट्स होते है।
बुखार की एंटीबायोटिक दवा
यही नहीं सामान्य कैटेगरी के एंटीबायोटिक का असर भी मरीजों पर नहीं हो पा रहा है। जबकि देखा जाए तो संयुक्त जिला चिकित्सालय में बुखार के लिए नीमोसिलाइड के साथ ही कुछ सामान्य कैटेगरी की एंटीबायोटिक दवाएं उपलब्ध हैं।
हड्डी के बुखार की दवा
पैरासिटामॉल लेते रहें। ठीक हो जाएगा। जवाब : अगर पॉजिटिव मरीज के संपर्क में आने की कोई हिस्ट्री है तो हड्डियों और मांसपेशियों का दर्द भी कोरोना का लक्षण हो सकता है, लेकिन तब इसके साथ बुखार व सांस फूलने की भी दिक्कत होगी।
टाइफाइड की सबसे अच्छी दवा
सेब का रस टाइफाइड की समस्या से आसानी से निजात दिला सकता है। इसके लिए सेब के जूस में अदरक का रस मिलाकर पिएं। इससे आपको टाइफाइड के बुखार से निजात मिलेगा। लहसुन एंटी बायोटिक, एंटीऑक्सीडेंट होने के साथ-साथ तासीर में गर्म होता है।